Monday, August 22, 2016

कितना सुहाना था सफर जब तुम साथ थे, फिर क्या हुवा की रास्ते अलग हो गए !!!

कितना सुहाना था सफर जब तुम साथ थे, फिर क्या हुवा की रास्ते अलग हो गए !!! http://ift.tt/1iuhaU7

1 comment:

  1. इस सादगी में कौन न मर जाये ए खुदा
    लड़ते है और हाथ में तलवार भी नहीं..
    http://hindishayaristore.blogspot.in/

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